:ramblings, string of thoughts...to ponder and reflect.
Saturday, August 07, 2010
Ijaazat - Mera Kuchh Samaan... (including scene before song)
अस्सी के दशक की यादें, गुलजार के शव्दों के साथ जब हमने रूमानियत महसूस करना सीखा. यूँ ही नहीं हो जाता दीवाना कोई ... गुलजार साहब, अनुराधा पटेल, रेखा नसीर, लता और आर. .डी. वर्मन.
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